प्रेम में भूले भगवान् लिरिक्स | Prem me Bhule Bhagwan Lyrics
Prem me Bhule Bhagwan Lyrics In Hindi
जो भी माँगा,सब कुछ पाया,
जिसने दिल से,
प्रभु को पूजा ||
ऐसे कृपानिधान मेरे प्रभु,
उनके जैसा और ना दूजा,
शबरी के बैरों में था प्रेम,
प्रेम की डोर बंधे भगवान ||
शबरी के बैरों में था प्रेम,
प्रेम की डोर बंधे भगवान,
भाव के भूखे मेरे राम,
तभी तो लगे,
झूठे बैर भी खांड ||
भाव के भूखे मेरे राम,
तभी तो लगे,
झूठे बैर भी खांड ||
शबरी के बैरों में था प्रेम,
प्रेम की डोर बंधे भगवान,
शबरी के बैरों में था प्रेम,
प्रेम की डोर बंधे भगवान ||
मन में आनंद,
प्रभु आयेंगे घर मेरे भी,
रुखी-सुखी जो भी है,
खायेंगे घर मेरे भी,
मन में आनंद,
प्रभु आयेंगे घर मेरे भी ||
रुखी-सुखी जो भी है,
खायेंगे घर मेरे भी ||
विनती करू मैं बारम्बार,
प्रभुजी मेरा रख लेंगे सम्मान,
शबरी के बैरों में था प्रेम,
प्रेम की डोर बंधे भगवान ||
शबरी के बैरों में था प्रेम,
प्रेम की डोर बंधे भगवान,
जिसने भगवन को चाहा,
भगवनजी उनको चाहे,
उंगली पकड़ तो सही,
वो लेंगे थाम बांहें ||
जिसने भगवन को चाहा,
भगवनजी उनको चाहे,
उंगली पकड़ तो सही,
वो लेंगे थाम बांहें ||
अपने भक्तों में प्रभु राम,
भक्त और रामजी एक समान,
शबरी के बैरों में था प्रेम,
प्रेम की डोर बंधे भगवान ||
शबरी के बैरों में था प्रेम,
प्रेम की डोर बंधे भगवान,
उनके लिए तो रोशन,
छोटा-बड़ा ना कोई,
उनका सहारा है,
तो काम अड़ा ना कोई,
उनके लिए तो रोशन,
छोटा-बड़ा ना कोई ||
उनका सहारा है,
तो काम अड़ा ना कोई,
टूटना चाहिये ना विश्वास,
समझ नहीं पाता बस इंसान ||
शबरी के बैरों में था प्रेम,
प्रेम की डोर बंधे भगवान,
भाव के भूखे मेरे राम,
तभी तो लगे झूठे बैर भी खांड,
शबरी के बैरों में था प्रेम ||
प्रेम की डोर बंधे भगवान,
शबरी के बैरों में था प्रेम,
प्रेम की डोर बंधे भगवान ||