आरती श्री अंजनी कुमार की लिरिक्स | Aarti Shri Anjani Kumar Ki Lyrics

Aarti Shri Anjani Kumar Ki Lyrics In Hindi

श्री संकट मोचन हनुमान जी जिन्हें अंजनी कुमार के नाम से भी जाना जाता है, श्री हनुमान जी शक्ति, भक्ति और साहस के प्रतीक हैं। भक्तजन हर मंगलवार और शनिवार को श्री हनुमान जी की आरती गाकर अपने जीवन की सभी बाधाओं से मुक्ति पाते हैं। नीचे दी गई "आरती श्री अंजनी कुमार की लिरिक्स | Aarti Shri Anjani Kumar Ki Lyrics" का पाठ करने से संकट, भय और दुखों का नाश होता है। समस्त प्रकार के संकटों के नाश करने के लिए हमे प्रतिदिन श्री हनुमान जी को प्रसन्न कर आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सायं काल मे श्री हनुमान जी की आरती अवश्य करनी चाहिए।


Aarti Shri Anjani Kumar Ki Lyrics

श्री संकट मोचन हनुमान जी की आरती लिरिक्स हिन्दी में

आरती श्री अंजनी कुमार की,
शिव स्वरुप कलयुग कुठार की,
आरती श्री अंजनी कुमार की,
शिव स्वरुप कलयुग कुठार की ||

हिय में राम सीय नित राखत,
मुख सो राम नाम गुण गावत,
सुमधुर भक्त प्रेम रस चाखत,
मंगल कर मंगलाकार की,
आरती श्री अंजनी कुमार की,
शिव स्वरुप कलयुग कुठार की ||

विस्मृत बल पौरुष अतुलित बल,
दहन दनुज बनहित दावानल,
ज्ञान मुकुट मणि पूर्ण गुण सकल,
मंजु भूमि शुभ सदाचार की,
आरती श्री अंजनी कुमार की,
शिव स्वरुप कलयुग कुठार की ||

मन इंद्रिय विजयी विशाल गति,
कला निधान निपुण नायक अति,
छंद ब्याकरण शास्त्र अमित गति,
राम भक्त अतिशय उदार की,
आरती श्री अंजनी कुमार की,
शिव स्वरुप कलयुग कुठार की ||

पावन परम सुभक्ति प्रदायक,
शरणागत को सब सुख दायक,
विजयी वानर सेना नायक,
सुमति पोत के कर्णधार की,
आरती श्री अंजनी कुमार की,
शिव स्वरुप कलयुग कुठार की ||

Shri Sankat Mochan Hanuman Aarti Lyrics
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