केवट ने कहा रघुराई से लिरिक्स | Kevat Ne Kaha Raghurai Se Lyrics
Kevat Ne Kaha Raghurai Se Lyrics In Hindi
* केवट ने कहा रघुराई से,उतराई ना लूंगा हे भगवन्,
उतराई ना लूंगा हे भगवन्,
केवट ने कहा रघुराई से,
उतराई ना लूंगा हे भगवन् ||
* केवट ने कहा रघुराई से,
उतराई ना लूंगा हे भगवन्,
उतराई ना लूंगा हे भगवन्,
केवट ने कहा रघुराई से,
उतराई ना लूंगा हे भगवन् ||
* मैं नदी-नाल का सेवक हूँ,
तुम भवसागर के स्वामी हो,
मैं यहाँ पे पार लगाता हूँ,
तुम वहाँ पे पार लगा देना ||
* लाखों को पार लगाये हो,
मुझको भी पार लगा देना,
मैं यहाँ वहाँ पार लगाता हूँ,
तुम वहाँ वहाँ पार लगा देना ||
* तूने अहिल्या को पार लगाया है,
मुझको भी पार लगा देना,
मैं यहाँ पे पार लगाता हूँ,
तुम वहाँ पे पार लगा देना,
केवट ने कहा रघुराई से,
उतराई ना लूंगा हे भगवन् ||